Shailaja Bhattad
Abstract
चाहे तो हर ताले की चाबी हैं हम
जिंदगी इतनी जटिल भी नहीं कि,
हम सोचे कि खाली हैं हम।
इंद्रधनुष
दुर्गा माता
श्री राम
माँ जगदम्बा
होली
भक्त वत्सल रा...
बसंत पंचमी-1
वसंत पंचमी
इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।। इश्क में कौन पूछता कौन सा धर्म है। ये तो बस उस ख़ुदा का रहम कर्म है।।
घर की उस ढाल को हमारा सलाम है, घर के उस शिखर को हमारा शत-शत नमन है.... घर की उस ढाल को हमारा सलाम है, घर के उस शिखर को हमारा शत-शत नमन है....
अंतरंग की आवाज सुनो तो जीवन में सहजता..... अंतरंग की आवाज सुनो तो जीवन में सहजता.....
दुनिया में सबसे बढ़कर मेरे लिये मेरी माँ है। दुनिया में सबसे बढ़कर मेरे लिये मेरी माँ है।
शत्रुओं के बीच में विजयी भव रहे तेरी अनंत जय विजयी भाव। शत्रुओं के बीच में विजयी भव रहे तेरी अनंत जय विजयी भाव।
बर्बाद हो गाए हम सब, तू इसे पीछा छूटा ले। बर्बाद हो गाए हम सब, तू इसे पीछा छूटा ले।
नन्हीं किरण को धन्यवाद के साथ उसके विश्राम को जाने तक। नन्हीं किरण को धन्यवाद के साथ उसके विश्राम को जाने तक।
रंग भर सकूं ऐसी ही लिखी अपनी बिखरी बिखरी सी कविताओं को समेट रहा हूँ। रंग भर सकूं ऐसी ही लिखी अपनी बिखरी बिखरी सी कविताओं को समेट रहा हू...
ईमानदारी की किलकारी जब गूंजती है हर दिशा, हर ओर। ईमानदारी की किलकारी जब गूंजती है हर दिशा, हर ओर।
यहाँ हो रही ख़ूब अब मयकशी है ! न कोई बची गांव की वो गली है। यहाँ हो रही ख़ूब अब मयकशी है ! न कोई बची गांव की वो गली है।
जिंदगी जी आजाद है, हक अब तो यह छीनना पड़ेगा। जिंदगी जी आजाद है, हक अब तो यह छीनना पड़ेगा।
चलो आज फिर एक नया भगवान बनाते हैं, किसी के दुखी मन को, नफरत की राह दिखाते हैं, चलो आज फिर एक नया भगवान बनाते हैं, किसी के दुखी मन को, नफरत की राह दिखाते हैं...
सजग सबल बन वो आधुनिक नारी है। सजग सबल बन वो आधुनिक नारी है।
हंसते हुए अपनी छत पर सिगरेट सुलगाए बैठा है। हंसते हुए अपनी छत पर सिगरेट सुलगाए बैठा है।
मुझे पता है आप नहीं मानोगे कोई बात नहीं। मुझे पता है आप नहीं मानोगे कोई बात नहीं।
कोई देखता है छिपकर जैसे बाज सी फितरत है उसकी ! कोई देखता है छिपकर जैसे बाज सी फितरत है उसकी !
जिनको सच भी लगे झूठ से ही उनसे मिलने के दिन आ गये हैं। जिनको सच भी लगे झूठ से ही उनसे मिलने के दिन आ गये हैं।
मेरे द्वारा हो रहा यह, स्वमान है केवल मैं ही करूँ, घमंड पहचान है मेरे द्वारा हो रहा यह, स्वमान है केवल मैं ही करूँ, घमंड पहचान है
नवमी सिद्धिदात्री का, नवरात्र भक्ति का त्यौहार। नवमी सिद्धिदात्री का, नवरात्र भक्ति का त्यौहार।
कुछ इस तरह से पास से दूर जा रहे ये बदलते रिश्ते। कुछ इस तरह से पास से दूर जा रहे ये बदलते रिश्ते।