*बुढ़ापा की छत्रछाया*
*बुढ़ापा की छत्रछाया*
बुढ़ापा यानि तजुर्बों की खान
बुढ़ापा जीवन का बेहतरीन पड़ाव है
बेहतरीन और बुढ़ापा नामुमकिन
कमजोर तन परंतु मन की सुन्दरता
किस्मत वाले हैं वो लोग जिन्हें
बुजुर्गों का प्यार अपनापन मिलता है
बूढ़ा समझकर कभी ना दुत्कारना किसी को
क्योंकि कल तुम्हे भी इसी जगह आना है
फिर क्या होगा जो दोगे वही मिलेगा
कुछ समय बैठा करो अपने बुजुर्गों
के पास कुछ अपनी सुनाया करो
कुछ उनकी सुना करो
यकीनन बहुत कुछ सीखने को
मिलेगा अपने बुजुर्गों से
कुछ किस्से प्यार के, तजूर्बें जीवन के
निरंतर अग्रसर और
सफल जीवन का आशीर्वाद
दुआओं का रक्षा कवच
बात यह है सच है इनकी
ही ऊंगली पकड़कर
तुम जीवन के इस पड़ाव पर पहुंचे हैं
बुजुर्गों के प्यार की छत्रछाया
में सब प्रफुल्लित रहें।