STORYMIRROR

Sonia Chetan kanoongo

Inspirational

4  

Sonia Chetan kanoongo

Inspirational

बस ये दिल कुछ मौहलत चाहता है

बस ये दिल कुछ मौहलत चाहता है

1 min
83

अंत तो निश्चित है तेरा भी मेरा भी

फर्क बस वक़्त के फासले का रह जायेगा

इस जन्म और मृत्यु से ना कोई बच पायेगा

बस ये नादान दिल कुछ मोहलत चाहता है

कुछ पल बाकी है अभी , जिसे कैद कर अपनो के साथ बिताना चाहता है

कुछ तैयारिया की है भविष्य की, जिन्हें साकार करना चाहता है

बस ये दिल कुछ मोहलत चाहता है!


ये दौर जो अचानक से सबका काल बन बैठा है

वक़्त बेवक्त लोगो का यमराज बन बैठा है

ये दिल तो बस किसी तरह इस काल घड़ी को टालना चाहता है

मेरे अपनो को इससे महफूज रखना चाहता है

अभी तो इन आँखों ने कई सपने बुन रखे है

उन सपनों को ये साकार करना चाहता है

बस ये दिल कुछ मोहलत चाहता है !


जैसे खुशियों का दौर हम रोक नही पाते

ठीक वैसे ही ये दौर भी गुजर जाएगा

विश्वास रखना खुद पे, ये वक़्त हमेशा के लिए नही है

बस संभाल लेना खुद को अपनी मनचली ख्वाहिशों से

तो सामने ना आकर बगल से गुजर जाएगा

बस ये दिल इतनी सी मोहलत चाहता है! 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational