बरस रहे है रिमझिम अन्ना
बरस रहे है रिमझिम अन्ना
अब सुनो पुकार नवयुग की
अब नहीं रुकेगी क्रान्ति।
भगाओ भ्रष्टाचार भारतसे
देंगे शक्ति हमें गांधी।
सबकी भलायीमें अपनी भलाई
भीगो भारतवासी।
चलो दोस्तो मिलकर आगे
पाना है पावन उजासी ॥
आज गुंज रहा जन उर नारा
देशको अब लूंटने न देंगे।
हो भलाई जनताकी भैया
वह लक्ष्य लेकर जीयेंगे।।
लोकतंत्र है गौरव अपना
है मंत्र वंदे मातरम् प्यारा।
होगा नित नया मधुर सवेरा
जब होगा दूर भ्रष्ट अंधेरा।।