बिन फेरे हम तेरे
बिन फेरे हम तेरे
श्याम सुहाए श्याम ही भाए
श्याम के बिन अब रहा न जाये
बैठी मैं श्याम से आस लगाए
शाम सवेरे मुख पर नाम तेरे
नैनों में बसे हो दिल में छुपे हो
पल-पल जागे अरमान मेरे
कहीं पर दर्शन हो जाए जो तेरा
धन्य हो जाए यह जीवन मेरा
तुझे निहारूँ तुझे पुकारूँ
तुम बिन कोई न पास मेरे
बिन फेरे हम तो तेरे
मुख पर बंसी गले में माला
ये रूप तेरा भोला भाला
पूरा जग का तू तो है रखवाला
मेरे नैनों में है तेरे दर्शन की हाला
कहां बैठे हो कहां छुपे हो
अब तो आ जाओ पास मेरे कन्हैया
तुम बिन डूब न जाये जीवन नईया
तुम मीत हो तुम ही प्रीत हो
तुम ही मेरे जीवन के हार जीत हो
तुझ बिन दिन कटे न अब मेरे
बिन फेरे श्याम हम तो तेरे।

