नव वर्ष
नव वर्ष
2020 छोड़ 2021 की ओर चलें,
हम फिर से नए दौर की ओर चलें।
भूलकर सारे गुजरी बिसरी बातें
वह घटित दिन, वह घटी रातें
जाने कैसे-कैसे हैं सबने गुजारे
सब बंद रह कर अपने घरों में
अपने-अपने जीवन को संवारें
वर्ष 2020 चिंताओं से ग्रस्त रहा
यह साल पूरा ही बहुत त्रस्त रहा
वो हर जगह लॉक डाउन का होना
पूरा साल वायरस बन रहा कोरोना
जहर घुला रहा पूरे वातावरण में
मुँह पर मास्क, जीवन रहा व्याकुल
एक-एक दिन जीना रहा मुश्किल
कुछ ऐसे यह साल बीतता चला
चलो अब जीवन खुशहाल हुआ
खत्म ये वायरस वाला साल हुआ
छोड़कर सारे गिले शिकवे रंजो गम
नई आशा और नई उम्मीद के संग
चलो अब नए साल की ओर चलें,
हम फिर से नए दौर की ओर चलें।
2020 के दर्द को भूल न पाएंगे
पर यह आशा है कि नया साल
विगत वर्ष के जैसा कभी न होगा
इस वर्ष जितना भी दर्द मिला है
नये वर्ष में हर दर्द का दवा होगा
खत्म हर अब कोविड वायरस होगा
खुशी, हर्षोल्लास उम्मीदों से भरा
सबका यह नया साल होगा
इसी आशा के साथ 2020 से
2021 की ओर ऊँची उड़ान भरें
नव वर्ष का हम स्वागत सत्कार करें
चहुँ ओर खुशियाँ ही खुशियाँ हो
मदमस्त गगन में पँछी चहचहाते हो
चारों ओर हरियाली व खुशहाली हो
सारे बंद घर के दरवाजे खुल जाएँ
जितने भी बिछड़े हो सब मिल जाएँ
इसी आशा और उम्मीद के साथ
चलो अब नए साल की ओर चलें,
हम फिर से नए दौर की ओर चलें।
