बिहारी लाल : लालू
बिहारी लाल : लालू
बिहार के आन - बान - शान हैं लालू ।
वंचितों की आवाज, पिछड़ों के पहचान हैं लालू।।
सहज संप्रेषण , फक्कड़ देशी ठेठपन अंदाज !
अपनी माटी के प्रति लगाव, यही बनाता है उन्हें औरों से खास ।
शोषितों के स्वर और उनकी हक के लिए लड़नेवाला,
अकेला यह यदुवीर लीक से अलग हटकर कुछ कर गुजरने वाला ।
किसी ने शायद ही इनपे कलम चलाई !
जब काम किया है इन्होंने जनहित में ।
तो क्यों न इनकी गुणगान करें !
सम्मान करें इनकी समाज के प्रति समर्पण की ।
यदुकुल का 'लाल 'ही आज यदुकुल के 'लाल 'को अपनी स्याही से सराबोर कर रहा ।
जो किया है उसकी बानगी ही कुछ हिलकोर रहा ।
बिहार की धरती से जिसने वैश्विक पहचान पाई ।
सत्तर के दशक में जिन्होंने लोकनायक की साथ निभाई।
हम उनकी जगह की कभी नहीं कर सकते हैं ,भरपाई।
सच में नायक हैं लालू ,बेआवाजों की आवाज को गाने वाले गायक हैं ,लालू ।
उत्पीड़ितजन की उम्मीद और विजय के विनायक हैं लालू ।
बिहार के आन- बान - शान हैं लालू ।
वंचितों की आवाज, पिछड़ों के पहचान हैं ,लालू ।।