भोले भाले बच्चे
भोले भाले बच्चे
भोले भाले बच्चे
मीठी निश्छल मुस्कान,जिंदगी मानों खुशियों का उद्यान।
उन्मुक्त विचरण करते, हँसते खिलखिलाते पुष्प समान।
राग द्वेष से नहीं कोई नाता रिश्ता,हर कोई फरिश्ता समान।
भोले भाले बच्चे हैं वो जो भरते हमारे अंदर वायु प्राण।
छल कपट न जाने, न जाने क्या होता है नफा नुकसान।
सबकी खुशी देख खुश होते, आसमां से ऊँची इनकी उड़ान।
धूल मिट्टी कीचड़ में भी खेलते, हार जीत के लिए न छोड़ें इमान।
बच्चों के भोलेपन पर सदैव आशीष लुटाते ऊपर बैठ भगवान।