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Cdt. Yuvraj Singh

Thriller Children

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Cdt. Yuvraj Singh

Thriller Children

बहना

बहना

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दुनिया में सबसे झगड़ालू,

 सबसे सरल सबसे दयालु।

न कभी शरारत करने देती ,

न कभी चैन से रहने देती ।

न कभी पेट भरने देती,

न कभी भूखा सोने देती ।

आशाओं का अंबार हो तुम ,

मेरी हर मुस्कान हो तुम ।

मेरा साहस-धैर्य हो तुम ,

कठिन पराक्रम शौर्य हो तुम ।

जब चारों ओर अंधेरा छाया, 

बनकर प्रकाश हो तुम आई ।

जीवन का अनमोल ये गहना, 

स्वर्ग से सुन्दर मेरी बहना ।

     


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