बहना
बहना
दुनिया में सबसे झगड़ालू,
सबसे सरल सबसे दयालु।
न कभी शरारत करने देती ,
न कभी चैन से रहने देती ।
न कभी पेट भरने देती,
न कभी भूखा सोने देती ।
आशाओं का अंबार हो तुम ,
मेरी हर मुस्कान हो तुम ।
मेरा साहस-धैर्य हो तुम ,
कठिन पराक्रम शौर्य हो तुम ।
जब चारों ओर अंधेरा छाया,
बनकर प्रकाश हो तुम आई ।
जीवन का अनमोल ये गहना,
स्वर्ग से सुन्दर मेरी बहना ।
