*भगत सिंह सबसे प्यारा था*
*भगत सिंह सबसे प्यारा था*
रगों में जिसके गर्म खून था,
दिल में जिसके जोश और जूनून था।
जुबां पर उसकी इंकलाब का नारा था,
वह भगत सिंह सबसे प्यारा था।।
बर्फ पर लेटकर जिसने मार खाई ,
क्रांति की ज्वाला भी उसने भड़काई।
अंग्रेजो की बात दृढ़ता से ठुकराई,
हंसते-हंसते अपने प्राणों की बाजी लगाई।।
आजादी के आंदोलन में,
उसने भाग लिया था।
हर भारतवासी की,
रक्षा का प्रण किया था।।
हिंदुस्तान का था वो,
ऐसा सच्चा सिपाही।
जिसकी हो पाएगी,
न कभी भरपाई।।
वह सबसे न्यारा था,
बेबे का दुलारा था।
भारत का था सच्चा सपूत,
भगत सिंह सबसे प्यारा था।।
