*हल्दी घाटी का शूरवीर*
*हल्दी घाटी का शूरवीर*
उत्तर पश्चिम भारत में एक प्रसिद्ध राजकुमार था,
उसका महाराणा प्रताप नाम था l
सिसोदिया वंश की वह शान था,
युद्ध कला में वह महान था।।
प्रताप सिंह प्रथम को महाराणा नाम मिला,
मेवाड़ के तेरहवें राजा का उसे खिताब मिला।
महाराणा प्रताप ने मुगलों की संधि से इन्कार किया,
दुश्मनों का युद्ध में उसने संहार किया।
अकबर ने उसकी वीरता का बखान कर दिया,
महाराणा प्रताप ने बहादुरी का प्रसार कर दिया।
हल्दीघाटी के युद्ध में उसकी भूमिका को पहचाना गया,
उसके सैन्य प्रतिरोध को, मेवाड़ी करार दिया गया।
1567 में अकबर की सेना से वह घिर गया,
राणा प्रताप का पराक्रम तनिक भी न कम हुआ।
घास की रोटियां खाकर भी हिम्मत उसकी कम न हुई।
विजय पताका फहराई, चारों ओर जय-जयकार हुई।।
