भारत प्रदर्शन
भारत प्रदर्शन
घर-घर और गली गली से
आवाज आती है
जैसे मेरा वतन मेरी जमीं
मुझसे छिनी जाती है।
कोनों-कोनों तक पहुँच चुकी
एक आवाज है आवाम की
मेरा भारत मेरी जमीं
बहस है शुरु पहचान की।
गाँव गाँव, शहर-शहर
हक प्रदर्शन पहर-पहर
अधिकार अब मिलते नहीं
जीवन जैसे कोई जहर।
कानून है या राजनीति
भारत का निवासी भारतवासी
अधिकार की हार है
शिक्षा पर अशिक्षा हावी।
हर समुदाय रहता है यहां
आन्दोलन की बात कहाँ
क्यूँ फैलाते है कुछ लोग
सांप्रदायिक अफवाह यहां।
आज वही वक़्त आया है
नागरिकता लेने और
देने विकल्प आया है
ये अफवाह है या सच
फ़िर किसी समुदाय को
उकसाया है।
जगह जगह पोस्टरबाजी
कोई विरोध मे तो
कोई समर्थन मे आया हैं
हर राज्य की बात करो तो
आजादी का नारा लेकर
भारत प्रदर्शन जन्माया है।
सबको पता है
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
आपस में सब भाई भाई
फ़िर क्यूँ अफवाह उड़ाते हैं
क्या राजनीति में सब
अपना राज जमाते हैं ?