भारत माँ
भारत माँ
यूँ ही नहीं
हम चैन से सोते हैं
अविरल,
वहाँ दूर
सरहद पर
कोई पहाड़ सा
अडिग रहता है।
यूँ ही नहीं
हम चैन से सोते हैं
अविरल,
वहाँ दूर
सरहद पर
कोई पहाड़ सा
अडिग रहता है।