भारत के वीर
भारत के वीर
कुछ पाने की राह में
वे उस राह चल पड़े
अब मंजिल को पाना है
सपनों को हकीकत बनाना है
आँधी तूफानों से अब हमें न घबराना है
लहरों से लड़कर हमें कश्ती तक जाना है
भारत के वीरों की हर बात पुुरानी याद आ गई
फिर आज आज़ादी की कहानी याद आ गई
वतन -ए-आज़ादी की संग्राम लड़ते रहे जो इन्सान
मिली आज़ादी पर वो लोग न थे हमारे दरमियां
आज उन तमाम शहीदों की कुुरबानी याद आ गई
खुदीराम बोस, भगत सिंह जैसे
वीरों के भुलाए नहीं जा सकते नाम,
भरी जवानी में वतन केे खातिर आ गए जो काम
आज उन नौजवानोंं की कुर्बानी याद आ गई
जिन्होने कुरबान किये ऑखों के तारे
खुद मुश्किलों में दिन रात गुजाारे
आज उन बुजुर्गों की ऑखों की परेेशानी याद आ गई
वतन को वीर जवान देने वाली उन
तमाम माँओं को करती हूँ सलाम,
भारत के वीर सपूत बने जो उस सरहद पर
लहू ही लहू कुर्बान किये जो हम पर
करती हूँ नमन आज मैं उन तमाम भारत के वीरों पर
न ऐसा कोई है और न कोई होगा फिर दुबारा
जय हिंद जय हिंद जय हिंद।