प्यार एक शिद्दत है
प्यार एक शिद्दत है
प्यार, क्या बताऊँ प्यार क्या है
सोचूं तो ग़ालिब का शायर
महसूस करूँ तो चाँद की ठंडी ठंडी किरण
सुनूँ तो कोयल की सुरीली आवाज
बोलूं तो लता जी की मदहोश करने वाली गीत
क्या बताऊँ प्यार क्या है
किसी के लिए जिम्मेदारी और समझदारी है तो
किसी के लिए इज्जत और परवाह
प्यार अक्षर है तो अधूरा , पर जिन्दगी को बखूबी पूरा बनाता है
कभी बच्चों के लिए माँ और पिता जैसा प्यार
कभी दादा दादी की वह चुटकुले
कभी आशिक की अपने प्रेमिका के लिए दिल्लगी
कभी दोस्तों की वह हँसी मजाक
प्यार हर जगह हर वह चीज़ में है
बस किसी को आसानी से मिल जाती है
तो किसी को थोड़ा सा ढूंढना पड़ता है
प्यार वह शिद्दत है
जिसे निभाने के लिए लोग बहुत सी सीमायें पार करते हैं
प्यार का मुकम्मल होना ही अपने आप में एक जज्बा है।