भारत के स्वतंत्रता सेनानी
भारत के स्वतंत्रता सेनानी
मंगल पांडे ने ही स्वतंत्रता संग्राम का प्रथम श्रेय लिया।
गौ शूकर के माँस के कारतूस के कारण विद्रोह किया।
बहुत बहादुरी से युद्ध लड़ी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई।
पीठ पर बेटे को बाँध अंग्रेज़ों से लड़कर वीरगति पाई।
चंद्रशेखर आज़ाद ने अंग्रेज़ों का वीरता से सामना किया।
स्वयं को गोली मार ली, जब अंग्रेज़ी सेना ने घेर लिया।
क्रांतिकारी भगत सिंह को फाँसी पर लटका दिया गया।
बाद में उन्हें "शहीद ए आज़म" का सम्मान दिया गया।
भगत सिंह के जो साथी सुखदेव और राजगुरु रहे थे।
वे भी उसी दिन भगत सिंह के साथ फाँसी पर चढ़े थे।
गाँधी जी छुआ छूत, ऊंच नीच का सदैव करते विरोध।
निश्चय करके दूर किया, चाहे कितने भी आये अवरोध।
सुभाष चंद्र बोस ने दिल्ली चलो का प्रसिद्ध नारा दिया।
जापान जर्मनी से मिलकर ब्रिटिश सेना से मोर्चा लिया।
पूर्ण स्वराज की माँग बाल गंगाधर तिलक ने उठाई थी।
उसके बाद ही उन्होंने "लोकमान्य" की उपाधि पाई थी।
शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया।
अन्न बचाने हेतु एक दिवस उपवास का आह्वान किया।