भाई बहन का प्यार
भाई बहन का प्यार
ओ प्यारे भाई मेरे
तुझ पर तो ये जान भी कुर्बान है,
कितना सेहता है तू, तकलीफ केवल मेरे लिए
तेरे लिए अब हाज़िर मेरे अरमान हैं,
इस राखी के अवसर पर तू मेरी नहीं
मैं तेरी रक्षा करने का प्रण लेती हूँ,
माँ-बाबा के बाद मेरी
एक तू ही जग-जहान है,
बस मेरी एक बात तू मान ना सदा
चाहे ज़िन्दगी में तेरे कोई भी आए,
माँ-बाबा की कहने के बाद
तू मेरा कहना मान ना सदा।