बेटियों को सहज करे
बेटियों को सहज करे
चलो आज कुछ अलग करें
बेटियों को सहज करें,
सुन्दरता नहीं है नाम रूप का
बाहर निकल सामना कर धूप का,
साहस,निर्भय,स्वच्छंंद बन
ना कामना कर छाँव की,
चांद नही तू सूरज बन
होंगे काँटे बेशक राह में,
आस ना रख औरों की
तू खुद किसी की ढाल बन,
ना हार हिम्मत
तू हौसले बुलंद कर,
प्रेम की धारा है तू
मीरा है तू राधा है तू,
ना मिटा अपने वजूद को
रच इतिहास अपना।
इस सदी का इतिहास बन......
