बेटियाँ ...हाइकु
बेटियाँ ...हाइकु
घर सजते
हमारी बेटियों से
जगमगाते
बेटी हमारी
बाग की बुलबुल
परी हमारी
नन्हीं बिटिया
आंगन की चिड़िया
प्यारी गुड़िया
बेटी पढ़ेगी
एक नहीं दो कुल
उन्नति होगी
बेटी हमारी
बाग की नन्ही कली
महके डाली
पाप घटाएं
बेटी कन्यादान है
पुण्य बढ़ाएं
नाम करेगी
दो कुल रोशन
बेटी महान
बेटी है आज
जीवन की आवाज
कुल की नाज
बेटी बचाओ
भ्रूण हत्या हटाओ
वंश बढ़ाओ
बेटी ही नहीं
और बेटा ही नहीं
दोनों चाहिए
बेटा शान है
बेटी अभिमान है
दोनों समान है
बेटियां आज
प्रगति कर रही
हमें है नाज
बेटी से ही तो
घर-घर सा लगता
पर्व सजता!