बेईमानी और इमानदारी में फर्क
बेईमानी और इमानदारी में फर्क
बेईमानी से धन कमाया हुआ,
हमेशा ऊंचाइयों तक ले तो जाता है,
पर गिरा देता है।
लेकिन ईमानदारी से कमाया हुआ धन,
हमें जरा धीरे-धीरे नसीब होता है,
पर ठोस और मजबूत होता है।
बेईमानी से कमाए हुए धन से,
हमें हमारा सारा का सारा किया धरा,
जल्दी हमें सब नजर आता है।
हमारे सब कोई अपने भी छूट जाते हैं,
हम दौलत कहाँ तक ले जाएंगे जरा यह तो सोचो।
नोटों की गड्डी पर तुम ऊपर तो खडे़ हो गए देखो,
लेकिन जब तुम नीचे आओगे,
तुम्हें कोई कोई नहीं पहचानेगा।
इसलिए तो कहते हैं इतना कमाओ जितना पचा सको……..