बचपन बीता
बचपन बीता
बचपन बीता, बीती बातें,
बीत गईं यह जवानी भी,
रही भागदौड़ ईधर ऊधर की,
चिन्ता रही बस कमाई की,
खो जाता हूँ मै गुम-सुम यारों,
जब याद आईं मुझे जवानी की,
चंचल मन सा बचपन था मेरा,
हरकतें थी मेरी बचकानी सी,
भाई-बहन का प्यार देखकर,
माँ दादी खुलकर मुस्कराईं थी,
भाई-बहन के झगड़ो से,
अक्सर होती घर में पिटाई थी,
महक आ जाती खुशियों की,
जब छुटकी पायल बजाती थी,
नींद भी आती बड़े सुकून से,
जब दादी कहानी सुनाती थीं।