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Manjeet Kaur

Inspirational

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Manjeet Kaur

Inspirational

बाँसुरी बजती रही

बाँसुरी बजती रही

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बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही

फूलों सी महकती रही, आराम से गुजरती रही

काँटों सी चुभती रही, कष्टों से लडती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


सुखों की छाया रही , शांति से बीतती रही

दुःखों की धूप रही, हौंसले से बीतती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


उलझनों की भीड़ रही, सुलझाने में गुजरती रही

प्रश्नों की लडी रही, हल करने में गुजरती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


आशा जगती रही, जीने की प्रेरणा मिलती रही

आशाएं बिखरती रही, धरती सी सहती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


सपने देखती रही, सच करने में लगी रही

सपने टूटते रहे, नए सपने देखती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


अनजानी भीति सताती रही, निडर होकर जीती रही

तेज हवाएं बहती रही, चट्टान सी सहती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


गलतियाँ करती रही, सुधारने में लगी रही

रुकावटें आती रही, हिम्मत बढ़ती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही


खुरदरी राह पर फिसलती रही, संभलकर आगे बढ़ती रही

बाधाएं आती रही, 'जीत' अकेली भिड़ती रही

बाँसुरी बजती रही, ज़िंदगी चलती रही।


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