बाल विवाह
बाल विवाह
एक छोटी सी चिड़िया हूं ,
मत बांधो मुझे इस बंधन में।
हर सपने को साकार बनाकर,
ऊंचा उड़ना है नील गगन में।
इस नन्हे से फूल को,
इतने बंधनों में बांध दिया।
ना जाने दुनिया वालों,
तुमने ये कैसा रिवाज बना दिया।
इन हाथों में कॉपी पेन की जगह,
घर की चाबियाँ थमा दी।
इस नन्ही सी चिड़िया को,
किसी के घर की बहू बना दी।
अभी उम्र नहीं है,
मेरी विवाह करने की।
इस छोटी सी गुड़िया की,
उम्र है लिखने पढ़ने की।
