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ANJU SAINI(ARP)

Children

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ANJU SAINI(ARP)

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बाल कविता "चंदा मामा मुझे सिखाओ"

बाल कविता "चंदा मामा मुझे सिखाओ"

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सारी दुनिया से हो न्यारे। 

चंदा मामा कितने प्यारे।।

रात को तुम आ जाते हो।

सुबह कहां छुप जाते हो? 


मुझे सिखाओ, कठिन परिश्रम।

जैसे रात भर चलते हो।

मुझे सिखाओ, हर पल जीना। 

जैसे सर्दी - गर्मी सहते हो।। 


अंधियारे से डरते हैं हम।

इसलिए उजाला करते हो।।

मुझे सिखाओ बनूं महान ।

जैसे तारो बीच चमकते हो।।



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