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Akanksha Gupta (Vedantika)

Abstract

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Akanksha Gupta (Vedantika)

Abstract

बाकी हैं

बाकी हैं

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अनजान धड़कने गाए गीत

संगीत जीवन का बाकी है


कहने को तो लफ्ज़ बाकी नहीं

बस दिल में इक एहसास बाकी है


आंखों के आंसू सूख चुके हैं

दिल का हंसना बाकी है


बिछड़ने का गम है ना जाने क्यों,

अभी तो मिलना बाकी है


कांटो की चुभन में दर्द नही अब

फूलों में खुशबू अब बाक़ी है


तेरे जाने का अफसोस नहीं

तेरा लौटना अभी बाकी है।



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