अवसर
अवसर




अवसरों की भूमि है भारत
अवसरों से ही जुड़ा है
अवसरों का सम्मान करके
अवसरों से ही बढ़ा है।
अवसरों को देखकर भी
तू क्यों निष्क्रिय खड़ा है
अवसरों का उपयोग कर
आत्मनिर्भर बन खड़ा हो।
ए भारत तेरी ओर
आशाओं का है मंजर
अवसरों को न जाने दे यूंही
हौसलों के जमीन को तू
न होने दे बंजर।
आत्मनिर्भरता के पथ पर
तू अवसरों का स्वीकार कर
अवसरों को कामयाबी में तब्दील कर
उनका तू सम्मान कर।