STORYMIRROR

JAYANTA TOPADAR

Abstract Comedy Drama

4  

JAYANTA TOPADAR

Abstract Comedy Drama

अरे, सुनिए तो...!!!

अरे, सुनिए तो...!!!

1 min
19

अरे, ओ एयर कंडीशनर या
एयर कुलर की छांव में जीने वाले
खुशकिस्मत रईसों, ज़रा सुनिए तो... !!!

हम मुफलिस भी जिंदा हैं
इस जद्दोजहद भरी भीड़ में... !
तकलीफें भरी रोज़मर्रा की अग्निकुंड में 
जीने-मरने की अजब कश्मकश से
हमें रात-दिन गुज़रना पड़ता है... !!!

क्या कभी आप सबके जहन में
किसी मुफलिस की मजबूरी का
ताना-बाना दस्तक दिया करता है... ?
क्या आप लोग भी
किसी बदनसीब की
बेहाल-ओ-बदहाल ज़िंदगी की दस्त्तान
सुनने का जिगर रखते हैं... ??

अरे, ओ ऐश-ओ-आराम की आदत भरी
यांत्रिक जीवनधारा के पीछे भागते फिरनेवाले
तथाकथित 'खासमखास' लोग !
आप सब किस ठिकाने की तलाश में
कारवां-ए-ज़िंदगी दाव पर लगाकर
अंधाधुंध चल दिए...???
(कभी तन्हाई में ईमान से गौर कीजिएगा...!!!)

 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract