अपराधी बारिश
अपराधी बारिश
इक अलग सी शांति के बाद
हवाओ ने यूं ऐसे आंधी को
निमंत्रण दिया
जैसे वो गुमशुदा
शख्स लंबे अरसे के बाद
कही मिल गया हो।
आसमां था दरोगा सा
जो कर चुका था इत्मीनान से
खंगाल कर जांच पड़ताल।
जिसमे मुहर लगा रखी थी
तापमान हवा नमी की।
कि मौसम की कड़ी निगरानी में
अपराधी बारिश कुछ दिनों
तक नजर बंद होगा अभी।।
पर ये तो निकला शातिर
एक कदम आगे चलने वाला गिरोह।
जो डरावना बरसात बन
लूट गया खाद्यान्न का खजाना।
चुनौती देता आदमी और उसके
साहस को
करके उसका उपहास।