अपना क़िरदार
अपना क़िरदार
अपने किरदार को तू पहचान
ज़माने पर न दे तू कोई ध्यान,
सबके सब लोग यहां बेईमान
तू मत बन साखी पापी इंसान,
तुझे पाना है,अपने लक्ष्य को,
पथ की शूलों से न हो परेशान,
तुझे डालनी है,ख्वाबो में जान
अपने किरदार को तू पहचान,
बनना है,जग में तुझे महान
आलस्य को त्याग दे तू इंसान,
हर मोड़ पे निभा अच्छा किरदार
मोह-बंधन की तोड़ दे दुकान,
तुझे बनना है,खुद का सुल्तान
अपने किरदार को तू पहचान।