अपना फर्ज
अपना फर्ज
नोटों की अमिष पे ना जाइयें
वोट अपना ना बेचियें
वोट देकर अपना फर्ज निभाइयें
सोच समझकर मतदान कीजियें।
ना जात, धर्म को देखियें
रिश्ते, नातों कों भुल जाइयें
भले, बुरे कर्म को जानियें
सोच समझकर मतदान कीजियें।
बस देश का भला सोचियें
देश को अच्छा नेता दीजियें
जनता का अच्छा नेता चुनियें
सोच समझकर मतदान कीजियें।