अपना घर
अपना घर
छोटी सी है अपना आशियाँ
छोटे छोटे अपने अरमान
जहां प्यार के खिलते कलियाँ
जहां पे सब है अच्छे इंसान !
घर अपना सुन्दर है सबसे
दुआ करूंगा मैं अब रब से
प्यार के लिए कोई ना तरसे
ख़ुशी का बारिश सबपे बरसे !
रिश्ते हमारे कभी ना टूटे
एक दूसरी कभी ना छूटे
प्यार के फूल को लगे ना कांटे
इसकी खुसबू हम सब बांटे !
कभी नहीं हो रोना धोना
कभी न रहे ये सूना सूना
यहां पे खुदा का है ठिकाना
नज़र न लगाए हमको ज़माना !