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अजय '' बनारसी ''

Abstract Inspirational

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अजय '' बनारसी ''

Abstract Inspirational

अपहरण

अपहरण

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आज जीवन बीमा

वाला मिला

उसने 

मेरे मरने से लेकर

जीवन के

सभी हानि लाभ

गिनाये

रकम की वापसी

के सारे गुर

मिनटों में सुलझाये


उसने बताया कि

कैसे आपको

अपने सीमित आय 

में से कुछ पैसे

निकालकर

मतलब

अपहृत करते हुये

बीमा कंपनी में

तय समय पर चुकाना है

मियाद पूरी होने पर

बोनस के साथ

पूरा पैसा पाना है

मतलब

फिरौती की रकम

मिलनी तय है

अपनी खुशियों 

के अपहृत धन की

फ़िरौती मिलनी तय है


उसकी बातों में

सच्चाई लगी

रात को बिस्तर पर

आँख लगी नहीं

सोचता रहा

तारों को गिनते हुये

गुणा भाग करने लगा


तभी

दिखने लगे कई 

पुराने स्किम

कैसे 

संयुक्त परिवार को

तोड़ा गया

संस्कृतियों को

कैसे मरोड़ा गया

परम्पराओ को

नित कैसे कैसे 

लुभावने प्रचारों से

यथार्थ में जोड़ा गया


मुझे दिखने लगा

अपरहण मेरी

संस्कृत और विरासत का

जिसे अपहृत

कर रहें हैं

मल्टीनेशनल गैंग

स्वदेशी की चादर ओढ़ाए

उस 

बीमा एजेंट की तरह

जो 

आपके मरने के भी

फायदे आपके साथ बैठकर

मुस्कराते हुये गिनाता है


क्या इस अपरहण की

साज़िश में 

मेरा देश उसका नागरिक

लगातार 

अपहृत हो रहा है ??



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