अंतिम मोड़
अंतिम मोड़
जीवन के इस मोड़ पर
बस बच्चों का प्यार चाहिए
कंधों पर कोई बोझ नहीं
बस थोड़ा सम्मान चाहिए
कोई हीरे-जवाहरात,
जमीन-जायदाद नहीं
बस परिवार का साथ चाहिए
बंगला-गाड़ी नहीं
सर पर बस छत चाहिए
सोने-चाँदी नहीं
प्रेम रूपी पूंजी चाहिए
मेरी इन धुँधली आँखो में
सकारात्मकता का संचार चाहिए
मेरे इन लबों पर
उस परमेश्वर का नाम चाहिए
मेरे इन कांपते हाथों में
मेरे हमसफर का साथ चाहिए
अपनी अंतिम सांस तक
मेरे अपने मुझे पास चाहिए