अनंत है गुंजाइशें
अनंत है गुंजाइशें
कमतर
कितना
कमतर
हो
सकता
है
जितना
भी
होता
है
उसके
बाद
भी
होता है
गुंजाइशें
हमेशा
बनी
रहती
है
इसका
अंत
कहां
यह
तो
अनंत
है।
कमतर
कितना
कमतर
हो
सकता
है
जितना
भी
होता
है
उसके
बाद
भी
होता है
गुंजाइशें
हमेशा
बनी
रहती
है
इसका
अंत
कहां
यह
तो
अनंत
है।