प्रेम
प्रेम
होते
होते
हो
जाता
है
वो
होता
है
प्रेम
होते
होते
कभी
भी
नहीं
होता
वो
होता
है
प्रेम
खुद
ब
खुद
हो
जाता
है
वो
होता
है
प्रेम
प्रेम
होता
भी
नहीं
फिर
भी
होता
है
प्रेम
प्रेम
का
होना
क्या
प्रेम
का
ना
होना
क्या
फिर
भी
होता
है
प्रेम
प्रेम
की
कोई
भी
परिभाषा
सटीक
बैठ
जाता
है
कुछ
ऐसा
होता
है
प्रेम।