STORYMIRROR

Minal Aggarwal

Inspirational

4  

Minal Aggarwal

Inspirational

अमृत से भरा एक प्याला

अमृत से भरा एक प्याला

1 min
452

यह मेज पर रखा 

प्याला

बिना किसी के गिराये

खुद से 


कैसे फर्श पर गिरकर 

टुकड़ा टुकड़ा बिखर गया 

यह अमृत से भरा 

एक प्याला था 


किसी के प्यार और 

विश्वास से भरा 

यह कोई विष या मय का 

प्याला नहीं था 


जो खुद ब खुद 

टूटा है ना तो फिर 

इसमें खुदा की ही कोई 

रज़ा रही होगी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational