अमृत बहे
अमृत बहे
१.
अक्लमंद है
जो कम बोलता है
मौन उत्तम।
२.
सही बात हो
खुद भी अमल हो
तो मोद भरे।
३.
पीली सरसों
लगे खेत में फूल
मन में जोश।
४.
उत्साह जगा
इन्द्रधनुष दिखा
उदित रवि।
५.
सुख वैभव
वन्दन सब करें
स्वागत करें।
६.
सु दीप लिये
बाधाएँ दूर करें
उल्लास जगे।
७.
अमृत बहे
छलके रसधार
कण कण में।
८.
भागे अन्धेरा
आकाश के तारक
आएँ जमीं पे।
९.
संकल्प लिये
क्रॉंन्ति का झण्डा लिये
बढ़ते वीर।
१०.
ज्योति कलश
संस्कार गौरव का
भूलना नहीं।