कर्म रूपी छड़ी
कर्म रूपी छड़ी
प्रिय डायरी,
आज मैंने एक लघु कथा लिखी है जिसमें एक बच्चा होमवर्क न करने की बहाने ढूंढता है।
"मम्मी,अगर मेरे पास जादू की छड़ी होती तो मैं अपना होमवर्क जादू की छड़ी घुमाकर दो सेकेंड में कर लेता।"आयुष ने किताब पर मुँह रखकर माँ से कहा।
निधि अपने बेटे को समझाते हुए बोली-"जादू की छड़ी पता क्या है?हमारी मेहनत,लगन,समर्पण,
आत्मविश्वास,एकाग्रता,तत्परता ये ही जादू की छड़ी है।जिसके पास यह छड़ी है वह विजेता होता है।उसके लिए यह होमवर्क क्या,कुछ भी प्राप्त करना मुश्किल नहीं है।चलो हम मिलकर इन गुणों रूपी जादू की छड़ी से जल्दी-जल्दी होमवर्क करते हैं।"
यह कहकर दोनों होमवर्क करने में जुट गए।