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Anubhi Maheshwari

Abstract

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Anubhi Maheshwari

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अमर वीर जवान

अमर वीर जवान

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चीन की कारस्तानी, धोखाधड़ी बेईमानी,

भारी बहुत पड़ी बलिदान की यह घड़ी ।

कुर्बानी नहीं गंवाएंगे, बीस नहीं चालीस मारेंगे ।

चीनी सामान बहिष्कार करो, वीरों को याद करो ।

भारत माता की रक्षा में, जान गवाई वीरों ने ।

हर देशवासी की आंखों में,

भीगी पलकें बूंदे टप टप आईं ।

हर एक मां के वीर सपूत,

थे वो पिता के हमदर्द दोस्त ।

सुहागिन सजनी के हमसफर ,

बच्चों के पिता हुए अमर ।

ड्रैगन की टेढ़ी चाल ,आया है उसका भी काल ।

नमन करूं मैं शहीदों को,

तारे बन जो चमकाए आकाश को ।।



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