मेरे पिता मेरी प्रेरणा
मेरे पिता मेरी प्रेरणा
मेरे पीहर का नाम पिता,
मम्मी की बिंदिया है पिता।
दादा दादी का अभिमान पिता,
हम बच्चों की जान पिता।
मेरी प्रेरणा ताकत पिता,
घर आंगन की शान पिता।
हर सपने को पंख लगाए,
कोई भी ना रहा अधूरा।
मां ने जन्म दिया हमको,
पर पहचान दी है आपने।
कंधों पर बैठा कर मुझको,
दुनिया की सैर कराई है।
उंगली पकड़ के चलना सीखा,
आत्मसम्मान से रहना सिखाया।
रिश्तों को कैसे हैं निभाते,
सीखा है यह मैंने आपसे।
प्रफुल्लित चेहरा प्यारी मुस्कान,
हृदय से हैं नौजवान।
आपका आशीष रहे शीश पर,
यही दुआ करती हूं बस।।
