अक्षर हमारे, प्यार तुम्हारा
अक्षर हमारे, प्यार तुम्हारा
कुछ चीज़ें पसंद है,
कुछ चीज़ों से खफा हैं तुम्हारी।
कुछ चीज़ें नसीब है,
कुछ चीज़ें पकड़ ली तुम्हारी।
कुछ चीज़ें हसीन है,
कुछ चीज़ों से डरता हूँ तुम्हारी।
कुछ चीज़ें इकरार है,
कुछ चीज़ें इनकार करता हूँ तुम्हारी।
कुछ चीज़ों का इंतज़ार है,
कुछ चीज़ों के लिये बेकरार हूँ तुम्हारी।
कुछ चीज़ें चुप कराती है,
कुछ चीज़ों का जवाब नही तुम्हारी।
कुछ चीज़ें खुली किताब है,
कुछ चीज़ों के पन्ने
गायब हैं तुम्हारी...।

