STORYMIRROR

कदम .के.एल.

Romance

2  

कदम .के.एल.

Romance

अकड़

अकड़

1 min
34

अकड़ अभी तक नहीं गई


इस दिल कि किसी को

दिल्लगी रास न आए


जो जो मिला सब ने

अपने गम में मेरे मिलाए।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance