अजनबी
अजनबी
एक अनजाना अजनबी
ले गया दिल का करार....
मिली है, जब से नजरें उनसे
धड़कने बढ़ सी गई हैं ....
एक अजीब सा सिलसिला उभर रहा है
प्यार में खोई जा रही हूँ ......
न होश हैै, न है करार
छाया जा रहा है, प्यार का बुखार.....
धड़कने धक धक कर कोई धुुन गा रही हैं
डाल रहे हैं, भौरें भी अपनी राग!