अब तो दिल को कहने दो
अब तो दिल को कहने दो
प्रीत की राह खोल दो
अपने एहसास बयां होने दो
यूँ ही न खामोश रहो
अब तो दिल को कहने दो ।
एक मुद्दत से इंतजार है
अब तो अरमान पूरी करो
दिन महीने साल गुजरे
अब तो दिल को कहने दो ।
कब तक यूँ खामोश रहोगे
मुखरित शब्दों से तुम बोल दो
कौन हो तुम मेरे लिए
अब तो दिल को कहने दो ।
उदासी के बादल छंटने दो
मन की गिरह खुलने दो
बरसों से तन्हा जी रहे हैं
अब तो दिल को कहने दो ।