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वह मन की मन सोचती घर से अलग होकर उसे कौन सा सुख मिल गया वह मन की मन सोचती घर से अलग होकर उसे कौन सा सुख मिल गया
अस्पताल के बिस्तर में पड़ी सासू मां का मन आत्मग्लानि से भर उठा। अस्पताल के बिस्तर में पड़ी सासू मां का मन आत्मग्लानि से भर उठा।
"ये सब तुम्हारे तीज के लिए "सुनकर रीना आश्चर्य चकित हो गई ......."मेरे लिए " "ये सब तुम्हारे तीज के लिए "सुनकर रीना आश्चर्य चकित हो गई ......."मेरे लिए "
कभी कभी पुत्र से ज्यादा पुत्री साथ देती है, इसी सत्य को दर्शाती कथा कभी कभी पुत्र से ज्यादा पुत्री साथ देती है, इसी सत्य को दर्शाती कथा
डाक्टरो ने मुआयना कर दर्द की दवा दे दी और सुबह कुछ जाँच कराने के लिए लिख दिया । डाक्टरो ने मुआयना कर दर्द की दवा दे दी और सुबह कुछ जाँच कराने के लिए लिख दिया ।