आया करो मेरे जीवन में
आया करो मेरे जीवन में


जीवन के इस मधुबन में निर्झर से इस आंगन में,
है नविते तुम आया करो मेरे जीवन में,
मेरे इस नीरस जीवन को महकने में,
मेरे अंग अंग को रोमांचित कर देने को
हर रोम रोम को महकने में
आया करो है नविते मेरे जीवन में
मेरे मधुबन की, माध्यम माध्यम जी
पवन को पावन करने
आया करो हे नविते मेरे आंगन में,
सुबह की इस बेला में, चिड़ियों की इस चहकन में,
आया करो है नविते मेरे इस आंगन में।
तुम सी निर्झर नीर स्वरूप मूरत,
मंद मंद सी मोहिनी, जब महके मेरे आंगन में,
हर्ष प्रफुलित हो मेरे जीवन में,
तब पूर्ण हो मेरा यह जीवन, पूर्ण स्वरूप में।
है नविते आया करो मेरे इस जीवन में,
न करके स्वर्ण सिंगर न करके सोला सिंगर,
बस लेके वो मंद सी मुस्कान,
आया करो है नविते मेरे जीवन में।