आता है जोकर
आता है जोकर
ख़ुशियों और आँसू को लेकर
सर्कस में आता है जोकर
महिलाएं और बूढ़े बच्चे
सबके मन को भाता जोकर
झूम झूम कर नाच नाच के
करतब रोज दिखाता जोकर
रंग बिरंगी टोपी के संग
पहन पजामा आता जोकर
चिंटू, मिंटू, पप्पू, गोलू सबको
खूब सुहाता जोकर
अंदर अंदर रोता रहता
बाहर मगर हँसाता जोकर
हवा का झूला, शेर का पिंजरा
सब पर जंप लगाता जोकर
खुद के कद में लगा गेड़ियां
हाइट जरा बढ़ाता जोकर
जीवन के मुश्किल रस्तों सा
रस्सी पर चढ़ जाता जोकर
उठकर गिरना, गिरकर उठना
जीवन मंत्र बताता जोकर
बच्चों के पालन की खातिर
नए-नए स्वांग रचाता जोकर
जीवन के इस रंगमंच पर
खुद को तन्हा पाता जोकर
