आप अगर साथ चल दे..।
आप अगर साथ चल दे..।
दो लफ्ज़ आपके...
दो लफ्ज़ हमारे...
मिल जाए तो बन जाए कविता हमारी..।
एक हाथ आपका...
दूजा हाथ हमारा...
बस साथ मिलकर थम जाए..
तो सारी दुनिया हमारी..।।
वक़्त मिला है यह अनोखा...
तो बैठ कर देखते हैं यारों....
वह लकड़ी की कश्ती आपकी...
और यह कागज की कश्ती हमारी...
बस साथ मिलकर तैर जाए...
तो पूरी जल राशि हमारी...।।
बस यह पूरी जन्नत हमारी..।।
आप अगर साथ चल दे हमारे..
मान लो पूरे जहां की खुशियां हमारी...।।

