आओ घमंड भाव का त्याग करें
आओ घमंड भाव का त्याग करें
घमंड भाव का ना जीवन वास हो,
भावों का चंदन हो,
हृदय में सबके लिए वंदन हो।
सत्य का दर्पण हो,
विचारों में सदा समर्पण हो।
मानवता पर अटूट विश्वास हो,
मानवीय मूल्यों की राह खाश हो।
घमंड भाव मुक्त जीवन का अवकाश हो।
