आखिर क्यों
आखिर क्यों
आखिर क्यों हमें
अग्नि परीक्षा देनी पड़ेगी
युगों युगों से चली आ रही
हर युग में नारी सताई जा रही
पवित्र है हम बताना क्यों हमें
मन तन से पवित्रता
बखान बताना क्यों हमें
हर युग में जी रही सीता
हर युग में सताई जा रही सीता
आखिर क्यों हमें।
बार बार सहना होता है
कुटिलता इनकी साहनी होती
नारी की ही अग्नि परीक्षा क्यो?
इस बात को बात पीछे छोड़ते हुए
हर बार कोई नई बात
और केंद्रित नारी
डॉ रश्मि खरे नीर
छुई खदान राजनांदगांव छत्तीसगढ़
